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Thursday, 7 September 2017
Tuesday, 9 February 2016
-
महात्मा गाँधी द्वारा संचालित आंदोलन
- GK Trick: — “गांधी
चम्पारण से खेड़ा गए तथा अहमदाबाद मिल मजदूरों से खिलाफत कराके असहयोग
कराया और नमक बनाकर अंग्रेजों से देश छुड़ाया।”
चम्पारण सत्याग्रह – 1917
खेड़ा सत्याग्रह – 1917
अहमदाबाद मिल मजदूर आंदोलन – 1918
खिलाफत आन्दोलन – 1920
असहयोग आंदोलन – 1920
नमक आंदोलन ( सविनय अवज्ञा आंदोलन ) – 1930
भारत छोड़ो आंदोलन – 1942 -
बाबर के द्वारा भारत में प्रमुख घटनाक्रम
- GK Trick : — ” 26 में पानी पिया 27 में खाना खाया 28 में चल दिया 29 में घर गया 30 में मर गया।”
1526 – पानीपत का पहला युद्ध — इब्राहिम लोदी
1527 – खानवा का युद्ध — राणा सांगा
1528 – चन्देरी का युद्ध — मेदिनी राय
1529 – घाग्गरा का युद्ध — महमूद लोदी
1530 – बाबर की मृत्यु -
महमूद गजनवी के समय के विद्वान
- Trick: – FUFA
F – फारूखी
U – उत्बी
F – फिरदौसी
A – अलबरूनी। -
समुद्रगुप्त को दी गई उपाधिया
भारत का नेपोलियन
अश्वमेघकर्ता
विक्रमंक
कविराज
-
फिरोजशाह तुगलक द्वारा स्थापित प्रमुख नगर
- GK TRICK : – ” फिरोज हाफता है “
फिरो – फिरोजाबाद, फिरोजपुर
ज – जौनपुर
हा – हिसार
फता – फतेहाबाद -
कनिष्क के दरबार के प्रमुख विभुती कौन कौन थे ?
- GK TRICK : – ” अश्व नाचे पाव पे “
अश्व – अश्वघोष
ना – नागार्जुन
च – चरक
पा – पार्श्व
व – वसुमित्र। -
चीनी यात्रियों के भारत आने का क्रम
- GK Trick : – ट्रिक : चिनी यात्री को “फा सी हु ई”
फा – फाहीयान ( 399 ई. )
सी – संयुगन ( 518 ई. )
हु – हयेन्सांग ( 630ई . )
ई – ईत्सिग ( 7 वी सदी के अंत मे ) -
गुलाम वंशीय शासक 1206 – 1290 ई.
- Trick – करो ना आराम इतना रूई की रजाई में,बाहर का आलम नादे गया कब क्यों सुनायी में ।
करो ना – कुतुबुद्दिन ऐवक (1206- 1210 ई॰ ) आराम – आरामशाह (1210- 1211ई॰ )
इतना – इल्तुतमिश (1211- 1236ई॰ )
रूई – रुकुनुद्दिन फिरोजशाह (1236ई॰ )
रजाई – रज़िया सुल्ताना (1236- 1240ई॰ )
बाहर – बहरामशाह (1240- 1242ई॰ )
आलम – अलाउद्दीन मसूदशाह (1242- 1246ई॰ )
नादे – नासिरुद्दिन महमूद (1246- 1265ई॰ )
गया – ग्यासुद्दिन बलबन (1265- 1287ई॰ )
कब – कैकूबाद (1287- 1290ई॰ )
क्यों – क्यूमर्स (1290ई॰)
-
महात्मा गाँधी द्वारा संचालित आंदोलन
- GK Trick: — “गांधी
चम्पारण से खेड़ा गए तथा अहमदाबाद मिल मजदूरों से खिलाफत कराके असहयोग
कराया और नमक बनाकर अंग्रेजों से देश छुड़ाया।”
चम्पारण सत्याग्रह – 1917
खेड़ा सत्याग्रह – 1917
अहमदाबाद मिल मजदूर आंदोलन – 1918
खिलाफत आन्दोलन – 1920
असहयोग आंदोलन – 1920
नमक आंदोलन ( सविनय अवज्ञा आंदोलन ) – 1930
भारत छोड़ो आंदोलन – 1942 -
बाबर के द्वारा भारत में प्रमुख घटनाक्रम
- GK Trick : — ” 26 में पानी पिया 27 में खाना खाया 28 में चल दिया 29 में घर गया 30 में मर गया।”
1526 – पानीपत का पहला युद्ध — इब्राहिम लोदी
1527 – खानवा का युद्ध — राणा सांगा
1528 – चन्देरी का युद्ध — मेदिनी राय
1529 – घाग्गरा का युद्ध — महमूद लोदी
1530 – बाबर की मृत्यु -
महमूद गजनवी के समय के विद्वान
- Trick: – FUFA
F – फारूखी
U – उत्बी
F – फिरदौसी
A – अलबरूनी। -
समुद्रगुप्त को दी गई उपाधिया
भारत का नेपोलियन
अश्वमेघकर्ता
विक्रमंक
कविराज
-
फिरोजशाह तुगलक द्वारा स्थापित प्रमुख नगर
- GK TRICK : – ” फिरोज हाफता है “
फिरो – फिरोजाबाद, फिरोजपुर
ज – जौनपुर
हा – हिसार
फता – फतेहाबाद -
कनिष्क के दरबार के प्रमुख विभुती कौन कौन थे ?
- GK TRICK : – ” अश्व नाचे पाव पे “
अश्व – अश्वघोष
ना – नागार्जुन
च – चरक
पा – पार्श्व
व – वसुमित्र। -
चीनी यात्रियों के भारत आने का क्रम
- GK Trick : – ट्रिक : चिनी यात्री को “फा सी हु ई”
फा – फाहीयान ( 399 ई. )
सी – संयुगन ( 518 ई. )
हु – हयेन्सांग ( 630ई . )
ई – ईत्सिग ( 7 वी सदी के अंत मे ) -
गुलाम वंशीय शासक 1206 – 1290 ई.
- Trick – करो ना आराम इतना रूई की रजाई में,बाहर का आलम नादे गया कब क्यों सुनायी में ।
करो ना – कुतुबुद्दिन ऐवक (1206- 1210 ई॰ ) आराम – आरामशाह (1210- 1211ई॰ )
इतना – इल्तुतमिश (1211- 1236ई॰ )
रूई – रुकुनुद्दिन फिरोजशाह (1236ई॰ )
रजाई – रज़िया सुल्ताना (1236- 1240ई॰ )
बाहर – बहरामशाह (1240- 1242ई॰ )
आलम – अलाउद्दीन मसूदशाह (1242- 1246ई॰ )
नादे – नासिरुद्दिन महमूद (1246- 1265ई॰ )
गया – ग्यासुद्दिन बलबन (1265- 1287ई॰ )
कब – कैकूबाद (1287- 1290ई॰ )
क्यों – क्यूमर्स (1290ई॰)
-
महात्मा गाँधी द्वारा संचालित आंदोलन
- GK Trick: — “गांधी
चम्पारण से खेड़ा गए तथा अहमदाबाद मिल मजदूरों से खिलाफत कराके असहयोग
कराया और नमक बनाकर अंग्रेजों से देश छुड़ाया।”
चम्पारण सत्याग्रह – 1917
खेड़ा सत्याग्रह – 1917
अहमदाबाद मिल मजदूर आंदोलन – 1918
खिलाफत आन्दोलन – 1920
असहयोग आंदोलन – 1920
नमक आंदोलन ( सविनय अवज्ञा आंदोलन ) – 1930
भारत छोड़ो आंदोलन – 1942 -
बाबर के द्वारा भारत में प्रमुख घटनाक्रम
- GK Trick : — ” 26 में पानी पिया 27 में खाना खाया 28 में चल दिया 29 में घर गया 30 में मर गया।”
1526 – पानीपत का पहला युद्ध — इब्राहिम लोदी
1527 – खानवा का युद्ध — राणा सांगा
1528 – चन्देरी का युद्ध — मेदिनी राय
1529 – घाग्गरा का युद्ध — महमूद लोदी
1530 – बाबर की मृत्यु -
महमूद गजनवी के समय के विद्वान
- Trick: – FUFA
F – फारूखी
U – उत्बी
F – फिरदौसी
A – अलबरूनी। -
समुद्रगुप्त को दी गई उपाधिया
भारत का नेपोलियन
अश्वमेघकर्ता
विक्रमंक
कविराज
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फिरोजशाह तुगलक द्वारा स्थापित प्रमुख नगर
- GK TRICK : – ” फिरोज हाफता है “
फिरो – फिरोजाबाद, फिरोजपुर
ज – जौनपुर
हा – हिसार
फता – फतेहाबाद -
कनिष्क के दरबार के प्रमुख विभुती कौन कौन थे ?
- GK TRICK : – ” अश्व नाचे पाव पे “
अश्व – अश्वघोष
ना – नागार्जुन
च – चरक
पा – पार्श्व
व – वसुमित्र। -
चीनी यात्रियों के भारत आने का क्रम
- GK Trick : – ट्रिक : चिनी यात्री को “फा सी हु ई”
फा – फाहीयान ( 399 ई. )
सी – संयुगन ( 518 ई. )
हु – हयेन्सांग ( 630ई . )
ई – ईत्सिग ( 7 वी सदी के अंत मे ) -
गुलाम वंशीय शासक 1206 – 1290 ई.
- Trick – करो ना आराम इतना रूई की रजाई में,बाहर का आलम नादे गया कब क्यों सुनायी में ।
करो ना – कुतुबुद्दिन ऐवक (1206- 1210 ई॰ ) आराम – आरामशाह (1210- 1211ई॰ )
इतना – इल्तुतमिश (1211- 1236ई॰ )
रूई – रुकुनुद्दिन फिरोजशाह (1236ई॰ )
रजाई – रज़िया सुल्ताना (1236- 1240ई॰ )
बाहर – बहरामशाह (1240- 1242ई॰ )
आलम – अलाउद्दीन मसूदशाह (1242- 1246ई॰ )
नादे – नासिरुद्दिन महमूद (1246- 1265ई॰ )
गया – ग्यासुद्दिन बलबन (1265- 1287ई॰ )
कब – कैकूबाद (1287- 1290ई॰ )
क्यों – क्यूमर्स (1290ई॰)
-
महात्मा गाँधी द्वारा संचालित आंदोलन
- GK Trick: — “गांधी
चम्पारण से खेड़ा गए तथा अहमदाबाद मिल मजदूरों से खिलाफत कराके असहयोग
कराया और नमक बनाकर अंग्रेजों से देश छुड़ाया।”
चम्पारण सत्याग्रह – 1917
खेड़ा सत्याग्रह – 1917
अहमदाबाद मिल मजदूर आंदोलन – 1918
खिलाफत आन्दोलन – 1920
असहयोग आंदोलन – 1920
नमक आंदोलन ( सविनय अवज्ञा आंदोलन ) – 1930
भारत छोड़ो आंदोलन – 1942 -
बाबर के द्वारा भारत में प्रमुख घटनाक्रम
- GK Trick : — ” 26 में पानी पिया 27 में खाना खाया 28 में चल दिया 29 में घर गया 30 में मर गया।”
1526 – पानीपत का पहला युद्ध — इब्राहिम लोदी
1527 – खानवा का युद्ध — राणा सांगा
1528 – चन्देरी का युद्ध — मेदिनी राय
1529 – घाग्गरा का युद्ध — महमूद लोदी
1530 – बाबर की मृत्यु -
महमूद गजनवी के समय के विद्वान
- Trick: – FUFA
F – फारूखी
U – उत्बी
F – फिरदौसी
A – अलबरूनी। -
समुद्रगुप्त को दी गई उपाधिया
भारत का नेपोलियन
अश्वमेघकर्ता
विक्रमंक
कविराज
-
फिरोजशाह तुगलक द्वारा स्थापित प्रमुख नगर
- GK TRICK : – ” फिरोज हाफता है “
फिरो – फिरोजाबाद, फिरोजपुर
ज – जौनपुर
हा – हिसार
फता – फतेहाबाद -
कनिष्क के दरबार के प्रमुख विभुती कौन कौन थे ?
- GK TRICK : – ” अश्व नाचे पाव पे “
अश्व – अश्वघोष
ना – नागार्जुन
च – चरक
पा – पार्श्व
व – वसुमित्र। -
चीनी यात्रियों के भारत आने का क्रम
- GK Trick : – ट्रिक : चिनी यात्री को “फा सी हु ई”
फा – फाहीयान ( 399 ई. )
सी – संयुगन ( 518 ई. )
हु – हयेन्सांग ( 630ई . )
ई – ईत्सिग ( 7 वी सदी के अंत मे ) -
गुलाम वंशीय शासक 1206 – 1290 ई.
- Trick – करो ना आराम इतना रूई की रजाई में,बाहर का आलम नादे गया कब क्यों सुनायी में ।
करो ना – कुतुबुद्दिन ऐवक (1206- 1210 ई॰ ) आराम – आरामशाह (1210- 1211ई॰ )
इतना – इल्तुतमिश (1211- 1236ई॰ )
रूई – रुकुनुद्दिन फिरोजशाह (1236ई॰ )
रजाई – रज़िया सुल्ताना (1236- 1240ई॰ )
बाहर – बहरामशाह (1240- 1242ई॰ )
आलम – अलाउद्दीन मसूदशाह (1242- 1246ई॰ )
नादे – नासिरुद्दिन महमूद (1246- 1265ई॰ )
गया – ग्यासुद्दिन बलबन (1265- 1287ई॰ )
कब – कैकूबाद (1287- 1290ई॰ )
क्यों – क्यूमर्स (1290ई॰)
Saturday, 2 January 2016
Pleasant Personality Develop करने के 10 Tips
हम रोज़ाना बहुत से लोगों से मिलते हैं पर कुछ लोग ही ऐसे होते हैं जो हमें प्रभावित कर जाते हैं. ऐसे
लोगों के लिए ही हम कहते हैं कि, the person has got a pleasant
personality. ऐसी personality वाले लोग अक्सर खुशहाल होते हैं और उनकी हर जगह
respect होती है, उन्हें like किया जाता है, parties में invite किया जाता है और job में
इन्हें promotion भी जल्दी मिलता है. Naturally, हम सभी ऐसी personality
possess करना चाहेंगे और आज मैं अपने इस article में ऐसे ही 10 points share कर
रहा हूँ जो आपको एक आकर्षक व्यक्तित्व पाने में help कर सकते हैं.
1. लोगों को genuinely like करिए :
लोगों के लिए ही हम कहते हैं कि, the person has got a pleasant
personality. ऐसी personality वाले लोग अक्सर खुशहाल होते हैं और उनकी हर जगह
respect होती है, उन्हें like किया जाता है, parties में invite किया जाता है और job में
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possess करना चाहेंगे और आज मैं अपने इस article में ऐसे ही 10 points share कर
रहा हूँ जो आपको एक आकर्षक व्यक्तित्व पाने में help कर सकते हैं.
1. लोगों को genuinely like करिए :
Monday, 2 November 2015
Thursday, 30 July 2015
Saturday, 6 June 2015
राष्ट्रीय प्रतीक(चिन्ह)
भारत के राष्ट्रीय प्रतीक(चिन्ह) एवं भाषा1. भारत का राष्ट्रीय पशु – टाइगरबाघ भारत के वन्य जीवन के धन का प्रतीक है।
2. भारत का राष्ट्रीय पक्षी – मयूरमयूर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है यह सौंदर्य अनुग्रह जैसे गुणों का प्रतीक है।
3. भारत का राष्ट्रीय जलचर – गंगा डॉल्फिनगंगा डॉल्फिन पवित्र के रूप में गंगा की पवित्रता का प्रतिनिधित्व करने के लिए कहा जाता है। क्योकि यह शुद्ध और ताजा पानी में ही जीवित रह सकते हैं।
4. भारत का राष्ट्रीय फल – आमआम राष्ट्रीय फल है। और अत्यंत ही मीठा होता है। आम की अति प्राचीन काल से भारत में खेती की जाती है। इसकी 100 से अधिक किस्में हैं।
Sunday, 5 April 2015
Saturday, 17 January 2015
GK Tricks Geography प्रमुख नहर ओर जुड़ने वाले स्थान
कील--------उलटी होकर बाल्टी मे गिरि
सुनार-------सुपारी से हारा
में----------मेन से लीवर के पुल लाया
इरा---------इरा से मशीन गन ले गई
गोटा--------स्टॉप होकर गोटें बन गई
Wednesday, 5 November 2014
*भारतीय राजव्यवस्था एवं संविधान *
*भारतीय राजव्यवस्था एवं संविधान *
1.पहली बार राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा कब की गई? → 26 अक्टूबर, 1962.
डोगरी भाषा किस राज्य में बोली जाती है? → जम्मू और कश्मीर
3.भारत के नागरिकों को कितने प्रकार की नागरिकता प्राप्त है? → एक
4.भारतीय स्वाधीनता अधिनियम को किस दिन ब्रिटिश सम्राट की स्वीकृति मिली? → 21 जुलाई 1947
5. भारतीय संविधान कितने भागों में विभाजित है? → 22
6. केन्द्र और राज्य के बीच धन के बँटवारे के सम्बन्ध में कौन राय देता है? → वित्त आयोग
INDIAN CONSTITUTION

1.भारत का संवैधानिक प्रधान कौन होता है ? राष्ट्रपति
2.भारत के प्रथम राष्ट्रपति कौन थे ?डॉ. राजेंद्र प्रसाद (लगातार दो बार राष्ट्रपति रहे) ।
3.दो बार उपराष्ट्रपति तथा एक बार राष्ट्रपति बनने वाले शख्स का नाम क्या है ?डॉ. एस राधाकृष्णन
4.किस राष्ट्रपति के निर्वाचन के समय दूसरे चक्र की मतगणना करनी पड़ी ?वी.वी. गिरी
5.उस राष्ट्रपति का नाम क्या था जो एक चुनाव में हार गए और फिर बाद में निर्विरोध चुने गए ?नीलम संजीव रेड्डी
मध्यकालीन भारत के सल्तनत काल के वंश क्रमानुसार
मध्यकालीन भारत के सल्तनत काल के वंश क्रमानुसार
TRICK: => {गुल खिले तुम शायद लोगे}
1.गुल - गुलाम वंश(1206-1290)
2.खिले - खिलजी वंश(1290-1320)
3.तुम - तुगलक वंश(1320-1398)
4.शायद -सैय्यद वंश(1398-1451)
5.लोगे -लोदी वंश(1451-1526)
इन वंशो के संस्थापक क्रमानुसार
GK Tricks Tropic of Cancer in MP
कर्क रेखा मध्यप्रदेश के 14जिलों से होकर गुजरती है ।इन 14जिलों में से एक जिला शाजापुर था लेकिन शाजापुर से आगर जिला अलग हो जाने के कारण अब शाजापुर की जगह आगर जिले से गुजरती है । वो 14जिले पश्चिम से पूर्व की
ओर बढ़ते क्रम में निम्नानुसार हैं:-
Tuesday, 4 November 2014
Trick महासागरीय धाराये (ocean currents) in Hindi Geography
Saturday, 1 November 2014
भारत के पंतप्रधान को याद रखो इस तरह
भारत में अभी तक सोला प्रधानमंत्री का चयन हो चूका है | अक्सर हमें प्रतियोगिता परीक्षा में इस बारे में प्रश्न पूछे जाते है तो आज हम इस के बारे में सीखेंगे | भारत में सर्वाधिक पद पर रहने वाले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु थे | उनका कार्यकाल 15 आगस्त 1947 से 27 में 1964 तक रहा और वो भारत के प्रथम प्रधानमंत्री भी कहलाये | उसी के साथ सबसे कम दिनों तक प्रधानमंत्री रहे वो है गुलजारीलाल नंदा वो 13 दिनों तक रहे गुलजारीलाल नंदा दो बार भारत के प्रधानमंत्री रहे |
Prime-Ministers India
ट्रिक है
Buddhist council remembering trick
Buddhist council remembering trick
Buddhist council was start in 483 BC venue rajgriha and chairman is
Mahakassapa well this was first council but all of are 4 council but
when I was start this chapter ridding I realize that was remembering was
very hard because venue are not remembering then I was develop sum
tricks of remembering Buddhist council venue and patron.
Thursday, 30 October 2014
अशोक महान
- डॉ. हरिकृष्ण देवसरे
ND
NDउन्हें विश्व इतिहास में 'महान' की उपाधि से विभूषित किया है। आज भी इतिहास ग्रंथों में उनका नाम इसी उपाधि के साथ प्रत्यय के साथ मिलता है। 'महान' कही जाने वाली ये तीन विभूतियाँ हैं अशोक महान, सिकंदर महान और अकबर महान। यहाँ प्रस्तुत है अशोक महान के प्रेरक चरित्र एवं आदर्शों की संक्षिप्त झाँकी।
अकबर का इतिहास
१.अकबर से पहले भी राजपूत राजाओं और मुग़लों के बीच शादियां हुआ करती थीं। इस तरह की शादियां संप्रभु सत्ता और अधीनस्थ सत्ता के बीच हुआ करती थी। धर्म आड़े नहीं आता था। सत्ता को बचाए रखने के लिए राजपूतों ने जाट और मीणा ज़मींदारों के यहां भी अपनी बेटियों की शादी की।
२.भारमल के अलावा अन्य राजपूतों ने अपनी बेटियों की शादी अकबर से की थी। अकबर की ३४ शादियों में से २१ शादी राजपूत परिवारों में हुई थी अकबर के मनसबदारों में ज़्यादातर राजपूत मनसबदार थे। कछवाहा राजपूत के मनसबदार।
३. अकबर की खूबी यही थी कि उसने धर्म परिवर्तन नहीं कराया था।
४. हरम में राजपूत स्त्रियों के वचर्स्व के कई उल्लेख मिलते हैं। एक उल्लेख में मथुरा का एक ब्राह्मण पैगम्बर को गालियां देता है। उस वक्त बहस चलती है कि ब्राह्मण को मृत्यु दंड दिया जाना चाहिए। अकबर विरोध करता है और कई दिनों तक फैसला टाल देता है। उस वक्त बदायूंनी लिखता है कि अकबर पर हरम से दबाव था। जबकि ऐसा भी था। राजपूत स्त्रियों ने अकबर पर दबाव बढ़ाया कि ब्राह्मण को नहीं मारा जाना चाहिए। अकबर का दरबारी अब्दुल नबी भी मौत की सज़ा की मांग करता रहा। हार कर अकबर ने ब्राह्मण को मौत की सज़ा तो दी लेकिन अब्दुल नबीं को दरबार से हटा दिया।
५.अकबर के काल में एक विधवा के सती होने पर काफी हंगामा हुआ। अकबर सती होने से रोकना चाहता था। वो अपने साथ कई राजपूत राजाओं को लेकर उस जगह पर गया जहां सती के लिए विधवा तैयार बैठी थी। लोग उत्साह में थे और सती होते देखना चाहते थे। अकबर के हरम से दबाव था कि इसे सती होने से रोका जाना चाहिए। राजपूत राजाओं ने कहा कि लोग नाराज़ हो जाएंगे मगर अकबर फैसले पर कायम रहा। सती होने से रोक दिया गया।
६.अकबर ने एक कानून बनाया कि सती होने से पहले काज़ी की अदालत में अर्ज़ी देनी होगी। काज़ी समझायेगा। फिर भी विधवा नहीं मानेगी तो उसे सती होने की इजाज़त होगी लेकिन उसे सीधे सती होने की छूट नहीं होगी।यह कानून जहांगीर तक बना रहा।
७.अकबर के समय में अहमदाबाद की एक मिसाल मिलती है। इतिहास के स्त्रोत में ज़िक्र आता है कि कुछ मुसलमान गाय को मारने जाने जा रहे थे। ईद के मौके पर। लेकिन हिंदू लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। बात राजा अजीत सिंह तक पहुंची तो उन्होंने गाय को मारने की अनुमति दे दी। कहा कि ये उनका रीति रिवाज है। हमें दखल नहीं देनी चाहिए।
८.अकबर के समय में गायों के चरने के लिए अलग से ज़मीन दी गई।
९.अकबर की मां हमीदा बानो बेगम का देहांत हुआ तब अकबर ने हिंदू रीति रिवाज के अनुसार सर मुंडवाया था। उसके साथ कई राजपूत राजाओं ने भी सर मुंडवा लिया।
१०. अकबर भारमल पर बहुत यकीन करता था। जब वह गुजरात के दौरे पर निकला तो भारमल को आगरा का प्रभार सौंप गया। अकबर भारमल को बराबरी का दर्जा दिया करता था। इसे देख दूसरे राजपूत राजाओं ने अपनी बेटियों के शादी का प्रस्ताव खुद भेजा।
११.एक सोर्स से यह जानकारी मिलती है कि अफगानों से हारने के बाद हुमायूं ईरान में शरण ले रहा था। वहां के शाह ने जब हार का कारण पूछा तो हुमायूं ने कहा कि वह अफगानों से घिर गया था। उसके पास लड़ने के लिए सेना नहीं थी। ईरान के शाह ने कहा कि तुम स्थानीय राजाओं से वैवाहिक संबंध क्यों नहीं कायम करते। ताकि ऐसे वक्त में तुम्हारी मदद कर सके। हुमायूं को दी गई यह सलाह अकबर के वक्त काम आने लगी।
१२. अकबर के समय वेश्याओं के लिए अलग मोहल्ले बनाये गए। इनका नाम होता था शैतानपुरा। यहां आने जाने वाले लोगों का हिसाब रखा जाता था। ताकि पता चल जाए कि अकबर का कौन सा दरबारी वेश्याओं के यहां आता जाता है। अकबर ऐसे दरबारियों को दंड देता था। इसी रिकार्ड से एक दिन पता चल गया कि बीरबल भी एक रात वेश्याओं की सोहबत में थे। अकबर गुस्से में आ गया। डर कर बीरबल ने जोगी बनने का एलान कर दिया और कहा कि वह दरबार में नहीं जाएगा। लेकिन अकबर ने माफ कर दिया।
१३.यह सबसे दिलचस्प है। आज भी राजस्थान में जल्लेरा गीत गाया जाता है। जब दुल्हा घर आता है तो यह गीत गाते हैं। जल्ला मतलब जलालुद्दीन अकबर। अकबर इन गीतों में एक आदर्श दुल्हे की तरह नवाज़ा गया है। साथ ही इन गीतों में दुल्हा एक सत्ता का प्रतीक भी है।
१४. राजस्थान के एक महाराजा ने १९५३ के आस पास कुछ इतिहासकारों को बुलाया। कहा कि जितने मर्ज़ी पैसे ले लो लेकिन यह साबित करते हुए इतिहास लिखो कि राजपूतों ने अपनी मर्ज़ी से मुग़लों को बेटियां नहीं दी। इतिहासकारों ने कुछ दिन के बाद मना कर दिया कहा कि यह संभव नहीं है।
१५. कौटिल्य ने लिखा है कि हारने पर या राज सत्ता के विस्तार के लिए बेटों को बंधक नहीं देना चाहिए क्योंकि उनसे वंश बढ़ता है। बेटियों को बंधक दिया जा सकता है।
इनायत अली ज़ैदी राजस्थानी और फारसी स्त्रोतों के जानकार हैं। उन्होंने कई ऐसी बातें बताईं जिनसे बहस सार्थक हो सकती है मगर कौन सुनेगा। मीडिया के पास वक्त नहीं और राजपूत सेनाओं को राजनीति करनी है। वो इतिहास बदलना चाहते हैं। उस इतिहास को जिससे एक साझा हिंदुस्तान बना है। शादियों की कहानी यहीं नहीं रुकती है। ज़ैदी बताते हैं कि अठारहवीं सदी तक आते आते कई अमीर मुस्लिम औरतों ने अपना मज़हब बदल लिया और बाहर से आए मर्सिनरी से शादी रचाई। उन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया।
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